बेमजा बेरौनक बेकारऔर बदरंग है जिंदगीबगैर किसी दोस्त केओर जी कई बार इन दोस्तो के कारण ही यह जिन्दगी बेमजा बेरौनक बेकार और बदरंग है हो जाती है जी.बहुत सुंदर शेर लिखा आप ने धन्यवाद
badhiya likha hai ji...
शेर छोटा पर ज़ोरदार ।
DOSTI KO SHAKAHARI HI RAKHE TO?
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बेमजा बेरौनक बेकार
और बदरंग है जिंदगी
बगैर किसी दोस्त के
ओर जी कई बार इन दोस्तो के कारण ही यह जिन्दगी बेमजा बेरौनक बेकार और बदरंग है हो जाती है जी.
बहुत सुंदर शेर लिखा आप ने धन्यवाद
badhiya likha hai ji...
शेर छोटा पर ज़ोरदार ।
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