बीते कुछ महीनो से
जमा रहा मैं तेरी यादों के संग
कोई असर नहीं रहा
सर्दी की सर्द बातों का
सुबह घने कोहरे से भी
ज्यादा घना छाया
बीते मुलाकातों का धुंध
अब तो यही लगता है
आने वाले साल का हर पल
तुम्हारे नाम रहेगा
तुम मिलो या न मिलो
सफर यादों का यूँ ही
लम्बा होता जायेगा
और हाँ इंतज़ार तो रहेगा ही
कोई कमी न होगी अहसास में
और न टूटेंगे सपने कभी
साल दर साल
गहरे उतरता जाऊँगा मैं
तुम्हारी यादों में
जारी रहेगा ये सिलसिला
उम्र भर !
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आप सभी साथियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं
- सुलभ
14 comments:
dheron shubhkamnayen mere aur se bhi:)
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति|
आप को भी नव वर्ष की शुभकामनाएँ|
Sundar rachana!
Naye saal kee anek shubh kamnayen!
बहुत अच्छा लगा।
आपको और आपके परिवार को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं!
यादों को गहराने दें
यादों का सिलसिला तो यूं ही हमेशा बढता जाता है...
आप को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ !
वाह!
और हाँ इंतज़ार तो रहेगा ही
कोई कमी न होगी अहसास में
और न टूटेंगे सपने कभी
साल दर साल
गहरे उतरता जाऊँगा मैं
तुम्हारी यादों में
जारी रहेगा ये सिलसिला
उम्र भर ...
बहुत खूब सुलभ जी ... किसी की यादों के समुन्दर में गहरे उतरते जाना प्रेम की ऊँचाइयों को छूते जाना होता है ... मज़ा आ गया पढ़ के ..
आपको नए साल की बहुत बहुत शुभकामनाएं ...
bahut sundar rahna.. Nav varsh par shubhkaamnayen..
सुन्दर अभिव्यक्ति, नव वर्ष की शुभकामनाएँ!
bahut sundar.....
पसंद आया
nice
http://shadabahmadkhan.blogspot.in/
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