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अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्

Wednesday, October 22, 2008

भारत एक ऐसा राष्ट्र है जिसके अन्दर महाराष्ट्र है।

भारत एक ऐसा राष्ट्र है जिसके अन्दर महाराष्ट्र है

मराठियों का सम्मान कैसे जब वहां ठाकरे राज है।

लगाया आग क्षेत्रवाद का फिर से जलने के लिए

टुटा मेरा सपना अखंड भारत पर मरने के लिए।

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जिंदगी हसीं है -
"खाने के लिए ज्ञान पचाने के लिए विज्ञान, सोने के लिए फर्श पहनने के लिए आदर्श, जीने के लिए सपने चलने के लिए इरादे, हंसने के लिए दर्द लिखने के लिए यादें... न कोई शिकायत न कोई कमी है, एक शायर की जिंदगी यूँ ही हसीं है... "